नियत और नियति ये दो शब्द है।
नियत से ही नियति बना है।
दोनों एक दूसरे के पूरक है।
जैसी नियत वैसी नियति।
इसीलिए कहा गया है। नियत से ही बरकत होती है।
नियत से ही नियति बना है।
दोनों एक दूसरे के पूरक है।
जैसी नियत वैसी नियति।
इसीलिए कहा गया है। नियत से ही बरकत होती है।